Sunday, May 29, 2011

मै और मेरे डैड

हेलो दोस्तों,

आज मै आपको अपने डैड के बारे में बताऊंगा. जैसा कि आप जानते है उनका नाम दिनेश देवांगन है. उनके ऑफिस में लोग उन्हें dd के नाम से जानते है.

डैड इंडिया टीवी में कैमरा पर्सन है.
मेरे डैड को आप मिस्टर कूल भी कह सकते है. उनको गुस्सा कम ही आता है. 
उनकी कम्पनी मै सबसे ज्यादा इंजॉय करता हूँ. मम्मा से भी ज्यादा सच.
जब मै और डैड साथ में होते है तो हम बाकि सब को भूल जाते है.

हम सुबह साथ साथ उठते है. डैड के साथ ही मै breakfast लेता हूँ.अरे भाई डैड अपना नाश्ता करते है और मुझे मेरा करवाते है. डैड मुझे बालकनी में ले जाते है.
हम साथ साथ नीचे  सब्जी लेने भी जाते है और कभी कभी दूध और ब्रेड लेने भी जाते है.
आप जानते है आजकल मैंने डैड बोलना सीख लिया है. मम्मा इस बात से मुझसे काफी नाराज है कि मैंने पहला वर्ड मम्मा क्यों नहीं बोला. अरे मम्मा समझ करो डैड बोलना ज्यादा इजी है.

कभी कभी मेरा रोना सुनकर डैड मुझे डाट लगा देते है. फिर तो मै जो ऊँचे सुर में रोता हूँ कि क्या बताऊँ.


काफी टाइम लगता है मुझे चुप करने में. इस बीच मुझे डाटने के लिए डैड को मम्मा से डाट खानी पड़ती है. मज़ा आता है देखकर.

जब तक डैड घर पर होते है वो मेरे साथ खेलते है ताकि मम्मा को दूसरे कामों के लिए टाइम मिल सके. अब मम्मा डैड दोनों मुझपर ध्यान देंगे तभी तो मेरी परवरिश अच्छे से होगी.   
मुझे लगता है सभी  डैड को मेरे डैड से कुछ सीखना चाहिए. मेरे डैड मेरा उतना ही ध्यान रखते है जितना मम्मा. शायद इसलिए मैंने पहला वर्ड डैड बोला है.  
ओके दोस्तों अब मै जाता हूँ कही मम्मा मेरे डैड पुराण से और न नाराज़ ही जाये मै उनको मनाता हूँ तब तक आप बताइए कि मै और मेर डैड आपको कैसे लगे