Thursday, October 4, 2012

मेरा हैप्पी वाला बर्थडे

हेल्लो दोस्तों

 इस बार आपसे रूबरू होने में थोडा वक़्त लग गया क्योंकि मै थोडा बिजी था। अब ये मत पूछना कि कहाँ बिजी था क्योंकि ये तो मै भी नहीं बता सकता कि कहा बिजी था।पर सारा दिन काम काफी रहता है मुझे। अब मै  कुछ लम्बा हो गया हूँ तो मेरी हद बढ़ गई है। अब आप पूछेंगे कि किस चीज़ कि तो मम्मा कहेगी कि शैतानियों की और मै कहूँगा मेरे खोजी दिमाग की।
  खैर ये सब तो चलता ही रहेगा। अभी तो मै आपके साथ अपने बर्थडे की खुशियाँ बांटने आया हूँ। जैसा कि आप सब जानते है 13 सितम्बर को मेरा हैप्पी वाला बर्थडे था। इस बार तो मज़े ही मज़े किये मैंने अपने बर्थडे पर।
सबसे पहले तो मैंने पूरे रेस्टोरेंट का जायजा लिया ताकि मेहमानों को किसी  तरह कि  शिकायत न रहे आप सभी तो जानते ही है कि ये सारे काम मै ही करता हूँ।



 इसके बाद मेरे सरे गेस्ट आने लगे जैसे aushi  दीदी, लवी, समीर बाबू 


और मम्मा डैडी के ढेर सारे  फ्रेंड



 फिर आया मेरा केक


मेरे दूसरे बर्थडे का टेस्टी केक।

अब पहले बर्थडे का पहला तो मुझे याद नहीं पर इस बार का याद रहेगा मैंने केक काटा
 इसके बाद सबने मुझे केक खिलाया
मम्मा ने
 डैडी ने
 नानी ने
 फिर हुआ मेरा फोटो सेशन । सब के साथ बारी बारी क्योंकि मै उस दिन का हीरो जो था


 ये है मेरी मम्मा के जिम के फ्रेंड

 और ये है डैडी  के ऑफिस के दोस्त


डॉली  आंटी  और समीर बाबू  की मम्मा को आप  जानते ही

 ये है नेहा आंटी और अनुश्री आंटी

इस बीच मैंने खाने का जमकर आनंद उठाया।आप तो जानते है खाने के मामले मै आगे ही रहता हूँ
इस तरह मज़े मज़े में हमने सबको विदा किया


फिर घर आकर पार्टी को याद भी किया सच बड़ा मज़ा आया

अरे हा राखी पर मै मेरठ भी गया था लवी से राखी बंधवाने
 

  लवी ने मुझे राखी बंधी और मैंने उसको गिफ्ट दिया

मम्मा डैडी और प्रियंका आंटी और राहुल अंकल कह रहे थे की हम बड़े हो गए है। अरे कोई इन लोगो को समझाए बच्चे समय के साथ बड़े ही तो होंगे न। कमाल करते है ये बड़े भी .



चलिए आज के लिए काफी हो गया जल्दी ही फिर आता हूँ अपनी दुनिया के कोने कोने की खबर लेकर

तब तक बाय बाय 







Saturday, July 28, 2012

its party time



हेलो फ्रेंड्स


आज मै आप लोगो को पार्टी में लेकर चलूँगा


  पार्टी थी मेरी बुआ मनीषा और फूफा शंकर के बेटे अभ्योदय की पहली सालगिरह की


अभ्योदय की पार्टी में हर किसी के लिए कुछ न कुछ था बच्चो के लिए मस्ती करने के ढेर सारे  उपाय थे



वहा सबने खूब मज़े किये



बच्चो के लिए तो सब  कुछ था वहां जादूगर, डांसिंग फ्लोर, केक,



फिर अभयोदय ने केक काटा



और मैंने ढेर सारा केक खाया. हर किसी के हाथ से थोडा थोडा





फिर मैंने पाना काम शुरू किया. अपनी आदत के अनुसार हर चीज़ का जायजा लेने का


 अरे भाई अब मेरी भी तो सालगिरह आ रही है. इस १३ sep को मै २ साल का हो जाऊंगा


पिछली बार तो मुझे पता नहीं था सालगिरह में क्या क्या होता है पर इस बार मै कोई कमी नहीं छोड़ना चाहता हूँ,इसलिए हर चीज़ का जायजा ले रहा हूँ ताकि अपनी सालगिरह पर अच्छे से अच्छा इंतजाम कर सकूँ


पार्टी में मम्मा डैडी ने भी खूम मज़े किये क्योंकि उनके कई पुराने दोस्त जो आये थे इस पार्टी में



ये है सचिन अंकल और प्रीती आंटी और उनका बेटा जिसने काफी मस्ती की वहां



और भी बच्चे थे मै सबसे नहीं मिल पाया.खैर अगली बार मिल लूँगा.



वहा खूब मस्ती करने के बाद हम वापस आ गए तो कैसी लगी मेरी पार्टी की फोटो



अब आपसे राखी के बाद बात होगी.अरे हाँ राखी पर मै मेरठ जा रह हूँ अपनी बहन लवी से राखी बधवाने


उसके बाद मुलाकात होगी तब तक के लिए    बाय