हेलो दोस्तों
happy independence day
मै एक बार फिर हाज़िर हूँ आपके सामने। आजकल मै थोडा ज्यादा ही बिजी हूँ स्कूल और घर में.
पर स्वतंत्रता दिवस पर मै खुद को रोक नहीं पाया आपसे रूबरू होने से
मैंने सुना हैकि एक समय था भारत में जब बोल
कि लब आज़ाद हैं तेरे कहना गुनाह हुआ करता था. सच है क्या? अगर ऐसा है तो मै और मेरे जैसे सरे बच्चे खुशनसीब है कि हमने आजाद भारत में जनम लिया।
आज तो स्वतन्त्र लोकतंत्र हमें हर सच कहने की आज़ादी देता है। तभी तो शासन-प्रशासन और व्यवस्थागत तब्दीलियों के
विचार-विमर्श में भी सब लोग बढ़-चढ़ कर हिस्सा लेते हैं।
पर मम्मा डैडी कहते है कि इस आज़ादी को बरक़रार रखने के लिए बर्फानी मौसम के थपेड़ों
से लापरवाह सीमा पर तैनात हमारे जवान हमारे मुल्क की हिफाज़त कर रहे
हैं।
तभी तो हूँ जैसे बच्चे गली-कूचों से प्रभात फेरी निकाल पते है और हमारी चुहल इंद्रधनुषी छटा
बिखेरती है।
एक बार फिर शहीदों को नमन और आप सब को happy independence day
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